🌸 छोटी परी की साधना की लंबी कहानी 🌸
बहुत समय पहले स्वर्गलोक में एक सुंदर सी नन्ही छोटी परी रहती थी। उसके पंख सुनहरी रोशनी में चमकते थे और उसकी आँखों में मासूमियत की झलक थी। बाकी परियाँ बड़े-बड़े काम करतीं – कोई वर्षा लाती, कोई फूलों को खिलाती, कोई चाँद की किरणों को धरती तक पहुँचाती। लेकिन छोटी परी बहुत ही साधारण थी, उसके पास कोई बड़ी शक्ति नहीं थी।
वह अकसर सोचती –
"काश! मेरे पास भी कोई खास वरदान होता, जिससे मैं सबकी मदद कर पाती।"
एक दिन उसने निश्चय किया कि वह साधना करेगी। परियों के गुरु ऋषि चंद्रप्रभा से वह आशीर्वाद लेने गई। ऋषि ने मुस्कुराकर कहा –
“साधना का मार्ग कठिन है, छोटी। तुम्हें धैर्य, त्याग और प्रेम की परीक्षा देनी होगी। यदि तुम सफल हुईं, तो तुम्हें ऐसा वरदान मिलेगा जो सब परियों से अनमोल होगा।”
🌿 साधना की शुरुआत
छोटी परी ने जंगल के बीच एक शांत जगह चुनी। हर दिन वह फूलों को जल देती, घायल पक्षियों की सेवा करती और रात को चाँद को प्रणाम करके ध्यान लगाती। उसकी साधना सिर्फ मंत्र-जाप नहीं थी, बल्कि दूसरों के लिए नि:स्वार्थ सेवा थी।
धीरे-धीरे उसकी करुणा से जंगल बदलने लगा। मुरझाए पेड़ हरे हो गए, बीमार हिरण स्वस्थ होने लगे, और जहाँ वह बैठकर ध्यान करती वहाँ से मधुर सुगंध फैलने लगी।
🔥 पहली परीक्षा
एक रात भयंकर आँधी आई। पेड़ टूट गए, नदी उफन गई। परियाँ डरकर छिप गईं, लेकिन छोटी परी बच्चों और पक्षियों को बचाने दौड़ पड़ी। उसने अपने छोटे पंखों से उन्हें ढककर सुरक्षित रखा। तूफान शांत हुआ, पर उसका शरीर थकान से चूर हो गया।
ऋषि चंद्रप्रभा वहाँ प्रकट हुए और बोले –
“तुमने पहली परीक्षा पार कर ली। शक्ति बल से नहीं, सेवा से मिलती है।”
💧 दूसरी परीक्षा
कुछ समय बाद जंगल में एक दुष्ट राक्षस आया। उसने सब फूलों को जला डाला और परियों को कैद कर लिया। छोटी परी के पास लड़ने की ताक़त नहीं थी, लेकिन उसने अपनी साधना से सीखा हुआ प्रेम का मंत्र गुनगुनाना शुरू किया।
उसके गीत में ऐसी शांति थी कि राक्षस का क्रोध पिघल गया। उसकी आँखों में आँसू आ गए और वह बोला –
“मैं भी अकेला था, कोई मुझे प्यार नहीं करता था। तुमने मुझे प्रेम दिया, मैं अब किसी को नुकसान नहीं पहुँचाऊँगा।”
🌟 वरदान की प्राप्ति
जब उसकी साधना पूरी हुई, तो आकाश से एक दिव्य प्रकाश उतरा। उसमें से देवी सरस्वती प्रकट हुईं और बोलीं –
“छोटी परी, तुम्हें वह शक्ति मिल गई है जो सबसे बड़ी है – प्रेम और करुणा का वरदान। तुम्हारे स्पर्श से हर हृदय पिघल जाएगा, हर घाव भर जाएगा और हर जगह शांति फैल जाएगी।”
🌸 नई पहचान
उस दिन से छोटी परी को कोई साधारण न समझा। परियाँ छोटी परी को “करुणा की देवी” कहकर पुकारने लगीं। वह शक्ति से नहीं, बल्कि अपने प्यार और साधना से पूरे लोकों में प्रसिद्ध हुई।
और आज भी कहा जाता है कि जहाँ भी कोई रोता है या दुखी होता है, वहाँ एक हल्की सी रोशनी चमकती है—वह छोटी परी की साधना का आशीर्वाद होता है। 🌟
क्या आप चाहेंगे कि मैं इस कहानी को और भी जादुई रोमांच (जैसे परी का स्वर्गलोक की यात्रा या राक्षस से लंबा संघर्ष) से भर दूँ ताकि यह और विस्तृत हो जाए?

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