एक बार की बात है,जादू का लहंगा' एक छोटे से गांव में एक प्यारी सी लड़की रहती थी जिसका नाम अनाया था। वह गरीब थी, लेकिन उसके दिल में खुशियों का खजाना था। अनाया को पुराने कपड़ों से नए कपड़े बनाना बहुत पसंद था। वह अक्सर अपनी मां की सिलाई मशीन पर बैठकर पुराने कपड़ों को नए डिजाइनों में बदल देती थी।
एक दिन का चमत्कार
एक दिन, अनाया को गांव के पास के जंगल में एक बूढ़ी औरत मिली। वह बहुत कमजोर दिख रही थी और मदद मांग रही थी। अनाया ने तुरंत उसकी मदद की, उसे खाना खिलाया और पानी पिलाया। बूढ़ी औरत ने धन्यवाद देते हुए कहा,
"तूने मेरी मदद की है, अब मैं तुझे एक तोहफा दूंगी। यह लहंगा लो। यह कोई साधारण लहंगा नहीं है। यह जादू का लहंगा है।"
अनाया ने लहंगे को देखा। वह एकदम साधारण कपड़े का बना हुआ था, लेकिन उसमें कुछ खास चमक थी। बूढ़ी औरत ने उसे बताया,
"जब भी तुम इसे पहनोगी और कुछ मन से मांगोगी, यह तुम्हारी इच्छाओं को पूरा करेगा। लेकिन याद रखना, इसका इस्तेमाल सिर्फ अच्छे कामों के लिए करना।"
पहली बार जादू
अनाया ने लहंगा पहनकर देखा। उसने सोचा, "काश, हमारे घर में बहुत सारा खाना होता।" जैसे ही उसने यह कहा, उसका छोटा सा घर खुशबूदार खाने से भर गया। उसकी मां और भाई-बहन यह देखकर चकित रह गए।
गांववालों की मदद
धीरे-धीरे अनाया ने लहंगे का उपयोग गांव के लोगों की मदद के लिए करना शुरू कर दिया। जब किसी के पास पैसे नहीं होते, तो वह उनके लिए सोने की अशर्फियां मांग लेती। जब बारिश नहीं होती, तो वह बारिश के लिए प्रार्थना करती। लहंगे ने गांव को खुशियों और समृद्धि से भर दिया।
कठिन परीक्षा
एक दिन, गांव में एक लालची व्यापारी आया। उसने लहंगे की बात सुन ली और अनाया से उसे बेचने की मांग की। अनाया ने मना कर दिया। गुस्से में व्यापारी ने गांववालों को डराया और लहंगा चुराने की योजना बनाई।
उस रात, जब व्यापारी लहंगा चुराने आया, तो लहंगे ने खुद अपनी रक्षा की। जैसे ही उसने उसे छूने की कोशिश की, लहंगे ने उसे हवा में उड़ा दिया। अगली सुबह, व्यापारी को अपने लालच का एहसास हुआ और उसने माफी मांगी।
अंत
अनाया ने लहंगे का उपयोग पूरे गांव को बेहतर बनाने के लिए किया। लेकिन एक दिन, बूढ़ी औरत फिर से लौटी। उसने कहा,
"तुमने लहंगे का उपयोग बहुत अच्छे कामों के लिए किया। अब यह वापस लेने का समय है, ताकि यह किसी और की मदद कर सके।"
जलपरी की खोज: दो गाँव की नदी में छिपे रहस्य (Jalpari Ki Kahani )
अनाया ने खुशी-खुशी लहंगा लौटा दिया। उसके दिल में कोई अफसोस नहीं था क्योंकि उसने सीखा था कि असली जादू मदद और प्यार में है।
और इस तरह, अनाया का गांव हमेशा खुशहाल रहा, और वह कहानी "जादू का लहंगा" सबके दिलों में अमर हो गई।
0 टिप्पणियाँ