परियों की कमजोरी – एक जादुई कथा
बहुत समय पहले, एक घने जंगल के बीचों-बीच परीलोक बसा था। यह जगह चमकते सितारों, रंग-बिरंगे फूलों और जादुई नदियों से भरी थी। यहाँ की परियां हवा से भी हल्की, चाँदनी से भी चमकदार और खुशबू से भी अधिक मनमोहक थीं। लेकिन, इनकी सुंदरता और शक्ति के बावजूद, परियों की एक कमजोरी थी – "सच्चा प्यार।"
परियों का जादू तभी तक शक्तिशाली रहता था जब तक उनके दिल में किसी भी इंसान के प्रति कोई सच्चा प्रेम नहीं जागता। जैसे ही कोई परी किसी इंसान के प्रेम में पड़ जाती, उसकी जादुई शक्तियाँ धीरे-धीरे कमजोर होने लगतीं। परीलोक की रानी, एलिसा, ने सभी परियों को इस बारे में चेतावनी दी थी कि इंसानों से दूर रहना ही उनके अस्तित्व के लिए आवश्यक है।
लेकिन एक दिन, परी ऐली जंगल में एक घायल शिकारी को पड़ी। वह उसका दर्द देखकर उसे छोड़ नहीं सकी। ऐली ने अपने जादू से उसका घाव ठीक कर दिया और धीरे-धीरे उनके बीच मित्रता गहरी होने लगी। परंतु ऐली को इस बात का आभास नहीं था कि वह शिकारी, जिसे उसने बचाया था, उसके हृदय में स्थान बनाने लगा था।
जैसे ही ऐली का प्रेम गहराने लगा, उसकी जादुई शक्तियाँ कमजोर पड़ने लगीं। फूलों से बातें करना, नदियों में उड़ान भरना और सितारों से खेलना – सबकुछ धीरे-धीरे फीका पड़ने लगा। एक दिन, शिकारी ने ऐली से कहा, "तुम मेरी जिंदगी का सबसे अनमोल हिस्सा हो, मैं तुम्हें हमेशा अपने साथ रखना चाहता हूँ।"
परियों की कमजोरियों का विश्लेषण: क्या आपको पता है? ( fairy weakness )
परियों की रानी को जब इस बात की खबर लगी, तो उन्होंने ऐली को चेताया, "अगर तुम इंसानी प्रेम को अपनाओगी, तो तुम्हें अपनी जादुई दुनिया को हमेशा के लिए छोड़ना होगा।"
ऐली के सामने एक कठिन निर्णय था – अपनी परी दुनिया या सच्चा प्रेम। आखिरकार, ऐली ने अपने दिल की सुनी और इंसानों की दुनिया को अपनाने का फैसला किया। जैसे ही उसने शिकारी का हाथ थामा, उसके पंख झड़ गए और जादू समाप्त हो गया।
लेकिन ऐली को कोई पछतावा नहीं था, क्योंकि उसने सच्चे प्रेम को चुना था, और यही प्रेम उसकी असली शक्ति बन गया। परीलोक की परियां अब भी उसे याद करती हैं, और कहते हैं कि जब भी कोई सच्चे प्रेम की तलाश करता है, आकाश में एक नन्हीं सी चमकती रौशनी दिखाई देती है – वह ऐली की आत्मा है, जो प्रेम की शक्ति को अमर बनाए हुए है।
सीख: सच्चा प्रेम सबसे बड़ी शक्ति और सबसे बड़ी कमजोरी भी हो सकता है, लेकिन जो इसे अपनाता है, वही सच्चे आनंद को पाता है।
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