बहुत समय पहले की बात है, एक सुंदर घाटी थी जिसे लोग "जादुई फूलों की घाटी" कहते थे। वहां हर रंग और खुशबू के फूल थे, लेकिन सबसे खास था इंद्रधनुषी फूल, जो केवल सच्चे दिल वालों को ही दिखता था।
एक दिन, परी गुलबहार को खबर मिली कि बुरी जादूगरनी ने घाटी के सभी फूलों पर जादू कर दिया है, जिससे वे मुरझाने लगे। गुलबहार ने अपनी दोस्तों परी चंपा और माधवी के साथ मिलकर घाटी को बचाने का फैसला किया। तीनों परियों ने अपने जादू का इस्तेमाल किया और प्यार व हिम्मत से फूलों को फिर से खिलाने की कोशिश की। कई मुश्किलों के बाद, उन्हें वह इंद्रधनुषी फूल मिल गया, जो घाटी को फिर से जीवन दे सकता था।
जैसे ही उन्होंने फूल को छुआ, घाटी में रंगों की बौछार होने लगी और सब कुछ पहले से भी सुंदर हो गया। परियों ने सीख लिया कि सच्ची नीयत और दोस्ती से हर मुश्किल हल हो सकती है।
सीख: दोस्ती, हिम्मत और सच्चाई से हर कठिनाई पर जीत हासिल की जा सकती है।
2. चाँदनी झील की रहस्यमयी परी
गहरे जंगल के बीच में एक झील थी, जिसे लोग चाँदनी झील कहते थे। कहा जाता था कि वहाँ रात के समय एक रहस्यमयी परी आती है और झील के पानी को चमकदार बनाती है।
एक दिन, एक छोटी परी पंखुड़ी ने झील की इस रहस्य को जानने की ठानी। वह आधी रात को झील के किनारे छिपकर बैठ गई। अचानक, उसने देखा कि पानी में हलचल हुई और एक चमचमाती परी नीलम झील से बाहर आई। नीलम ने पंखुड़ी को देखकर मुस्कुराया और बताया कि वह झील की रखवाली करती है ताकि इसके पानी में कभी गंदगी न आए।
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साथ झील की सफाई में मदद करने लगी। धीरे-धीरे, पूरे जंगल के जानवर भी इस काम में शामिल हो गए और चाँदनी झील हमेशा के लिए स्वच्छ और सुंदर बन गई।
सीख: प्रकृति की देखभाल करने से वह हमें सुंदरता और खुशियाँ लौटाती है।
3. सुनहरी परी का जादुई उपहार
बहुत दूर एक छोटे से गाँव में एक प्यारी सी बच्ची रहती थी, जिसका नाम था राधा। वह बहुत दयालु थी और हमेशा दूसरों की मदद करती थी। एक दिन, जब वह जंगल में घूम रही थी, उसे एक बूढ़ी औरत मिली, जो बहुत थकी हुई थी। राधा ने उसे पानी और खाने को दिया।
अगले ही पल, वह औरत सुनहरी परी में बदल गई और उसने राधा को धन्यवाद देते हुए एक जादुई पेंडेंट दिया। परी ने कहा, "जब भी तुम्हें मदद की ज़रूरत होगी, इस पेंडेंट को छूना, मैं तुम्हारी सहायता के लिए आऊंगी।"
राधा ने उस पेंडेंट का कभी गलत इस्तेमाल नहीं किया, बल्कि हमेशा जरूरतमंदों की सहायता में ही उसका उपयोग किया। उसकी भलाई और प्यार ने पूरे गाँव में खुशियाँ फैला दीं।
सीख: दयालुता और परोपकार से हमें अद्भुत उपहार मिलते हैं।
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